धन प्राप्ति के उपाय , धन प्राप्ति के लिए टोटके, लक्ष्मी पाने के सरल उपाय
- काली हल्दी को विधिवत साफ करके पूजाघर में भगवान विष्णु और लक्ष्मी के पास रख दें। हर सुबह धूप-दीप आदि से उसकी पूजा करें। आय के साधनों में वृद्घि होगी। धन आगमन के रास्ते बनेंगे।
- घर में स्थिर लक्ष्मी के वास के लिए : चक्की पर गेहूं पिसवाने जाते समय तुलसी के ग्यारह पत्ते गेहूं में डाल दें। एक लाल थैली में केसर के २ पत्ते और थोड़े से गेहूं डालकर मंदिर में रखकर फिर इन्हें भी पिसवाने वाले गेंहू में मिला दें, धन में बरकत होगी और घर में स्थ्रिर लक्ष्मी का वास होगा। आटा केवल सोमवार या शनिवार को पिसवाएं।
पैतृक संपत्ति की प्राप्ति के लिए :
घर में पूर्वजों के धन की प्राप्ति हेतु किसी सोमवार को २१ श्वेत चितकवरी कौड़ियों को अच्छी तरह पीस लें और चूर्ण को पैतृक स्थान पर रखें, या जहां धन गड़े होने का अनुमान हो। पूर्वजों का धन या गड़ा हुआ धन होगा, तो मिल जाएगा। - आर्थिक समस्या के छुटकारे के लिए :
यदि आप हमेशा आर्थिक समस्या से परेशान हैं तो इसके लिए आप 21 शुक्रवार 9 वर्ष से कम आयु की 5 कन्यायों को खीर व मिश्री का प्रसाद बांटें ! - घर और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए :
इसके लिए आप अपने घर, दुकान या शोरूम में एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें ! इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें ! यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें ! 5. अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार किया जाए तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं। - जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं उन्हें सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें। इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें। अब स्वयं जा कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। भगवान ने चाहा तो जल्दी ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी
- दिवाली के दिन पूजा स्थल पर 11 धनकारक कौढ़ियाॅं व सात गोमती चक्र, 7 सुलेमानी हकीक पर हल्दी से तिलक लगाकर पूजा स्थल में पीले वस्त्र से बाॅंधकर पोटली बनाकर तिजोरी में रखें।
- दीपावली की शाम, एक सुपारी, ताॅंबे का सिक्का, 7 गोमती चक्र, पीपल के पेड़ के नीचे रख आये सोमवार को उस पेड़ का पत्ता लाकर अपनी दुकान की गद्दी के नीचे या तिजोरी में रखे।
- दीपावली को सायंकाल किसी भी देवी के मंदिर में दो अलग अलग स्थानों पर सौ ग्राम रोली, सौ ग्राम सिंदूर, सवा मीटर लाल कपड़ा, नारियल व 51 रूपये रखकर पूजन करें। पश्चात ,एक स्थान की पूजन सामग्री मंदिर में अर्पित करें और दूसरे स्थान की सामग्री स्वयं लाल कपड़े में बाॅंधकर अपनी तिजोरी में रखे दें। 21 दिन लगातार धूप दीप अर्पित करें
- दीपावली के दिन पूजन के समय लाल कपड़े में काली हल्दी व सिंदूर ,वं सिक्के रख कर पूजन करें सारी रात पूजा में रहने दें, अगले दिन इन्हें लाल कपड़े में बाॅंधकर धन रखने के स्थान में रखें।
10. भाई दूज के दिन, एक मुठ्ठी बासमती चावल बहते हुये जल में बहा दें।
11.योजनाएँ सफल नहीं होती हो तो दीपावली पर सायंकाल, एक मोती शंख ले उसमें 3 गोमती चक्र, पाॅंच लग्नमंडप वाली सुपारी रखें। एक काले वस्त्र में यह सामग्री बाॅंधकर पोटली बना ले। अपने ऊपर से सात बार उतारा करके, घर के बाहर किसी चैराहे पर रख दें। घर से चैराहे पर जाते समय लक्ष्मी मन्त्र का जाप करें। वापिस, घर में प्रवेश के पहले हाथ-पैर धोकर ही प्रवेश करें।
12. दीपावली पर श्री यंत्र स्थापित कर गन्ने के रस और अनार के रस से अभिषेक करके घर में स्थापित करें।
13. दीपावली की रात पीपल के पत्ते पर दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करें।